कोरोना संक्रमण की रोक थाम के उपाय
A. पहली आवश्कयता लॉक डाउन पूरे २१ दिन का हो। (टोटल लॉक डाउन)
B. २४ घंटे संचालित कोरोना कण्ट्रोल रूम की स्थापना की जाए।
C. कोरोना कण्ट्रोल रूम
- प्रत्येक ग्राम पंचायत
- प्रत्येक प्रारंभिक स्वस्थ्य केंद्र
- प्रत्येक सिविल अस्पताल
- जिला अस्पताल
- प्राइवेट अस्पताल जो कोरोना का इलाज कर रहे हैं।
- मेडिकल कॉलेज
- प्रत्येक थाने
से २४ घंटे संपर्क में रहे।
कोरोना कण्ट्रोल रूम पर उपरोक्त स्वास्थ संस्थानों में बेड की भी स्थिति दर्शाता है। एक बड़े स्क्रीन बोर्ड पर जरुरी जानकारियाँ लिखी होनी चाहिए और आंकड़े नियमित रूप से बदलते रहने चाहिए। जरुरी जानकारियों की सूची इस प्रकार है –
- बेड उपलब्ध
- O2 बेड
- HD बेड
- वेंटीलेटर बेड
- ऑक्सीजन रहित बेड
बेड कहाँ उपलब्ध है, पास में कोनसी संस्था है, एम्बुलेंस कोनसी कहाँ है इसका कण्ट्रोल रूम इंचार्ज को ज्ञान हो। कण्ट्रोल रूम इंचार्ज सीधे एम्बुलेंस तथा स्वास्थ्य संस्था में समन्वय बना कर बताएगा की मरीज को क्या आवश्यकता है तथा कहाँ लेकर एम्बुलेंस जायेगी। इसको एक ID देकर तुरंत उपलब्ध पास की स्वास्थ्य संस्था पर एडमिट कराये।
D. प्रतयेक स्वास्थ्य केंद्र कोविड सेन्टर पर कितने डॉक्टर्स , नर्सेज , ए एन एम, होम्योपैथिक डॉक्टर, आयुर्वेदिक डॉक्टर, ऑक्सीजन की उपलब्धता, बेड की उपलब्धता, स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी के पास जानकारी उपलब्ध होनी चाहिये। पी एच सी पर कम से कम २० बेड हो , ५ बेड पर ऑक्सीजन उपलब्ध हो, ऑक्सीमेटर, थर्मल स्क्रीनिंग । २४ घंटे चिकित्सकीय / डॉक्टरी ज्ञान रखने वाला व्यक्ति हो जो SPO2 , पल्स रेट, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर देख सके। पेशेंट सीरियस होने पर तुरंत कण्ट्रोल रूम से संपर्क करे।
कण्ट्रोल रूम प्रभारी बताएगा की पास में कोनसी स्वास्थ्य संस्था है जहाँ मरीज को आवश्यक स्वास्थ्य सेवा दे सके।
E. लोकल अख़बार, टीवी चेनल पर जिले की पट्टी चलती रहे जिसमे बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन बेड, वेन्टी बेड, आइसोलेशन बेड की जानकारी हो।
F. शहर के मध्य स्टेडियम पर एक कोविद सेन्टर हो जिसमे ५० सामान्य बेड और १० ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था हो। स्टेडियम पर ही चार जांच केंद्र और चार वक्सीनशन केंद्र हो। एक बड़ा स्क्रीन हो जो स्वास्थ्य समस्याओं की स्थिति दर्शाता हो।
G. ESI अस्पताल जवाहर नगर, कोविद केंद्र बनाकर वही के कर्मचारियों को लगाया जाए।
H. TIT रोड, दिलीप नगर, हाकिम बाड़ा, मोती नगर स्वास्थय केंद्र हाट रोड, अलकापुरी, सी एच एल अस्पताल, आस्थिरवाद नर्सिंग होम, अग्रवाल नर्सिंग होम, स्टेशन रोड, शाह नर्सिंग होम, महरा नर्सिंग होम, शर्मा अस्पताल काटजू नगर, रेलवे अस्पताल जावरा रोड पर जांच, इलाज, और वक्सीनशन शुरू करें।
I. रेलवे कोच आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार रखने को कहा जाए।
J. मेडिकल कॉलेज में ट्रायल ३० बिस्तर का हो।
K. डॉक्टर्स, नर्सेज, ए एन एम, होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक, यूनानी स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती भर्ती नियम महामारी नियमानुसार की जाए।
L. स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक वार्ड आरक्षित किआ जाए जिसमे ५ बेड वेन्टी, ५ हद, ४० बेड ऑक्सीजन सपोर्टेड तथा ४० सामान्य बेड हो। स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित होने पर वार्ड में भर्ती करके इलाज शुरू किया जाए । केंद्र तथा राज्य सरकारों की घोषणानुसार प्रतयेक स्वास्थ्य कर्मी का बीमा कार्ड बना कर दिया जाए जिससे उसके परिवार को मृत्यु उपरांत आर्थिक परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
M. मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग (शिक्षा के अनुसार) युद्धस्तर पर भर्ती शुरू करे। ७५० बेड के अस्पताल के अनुसार।
N. गर्भवती महिलाओं के लिए अस्पताल विशेष इंतज़ाम करे ताकि कोरोना संक्रमण के दौरान उनका उचित इलाज हो सके।
O. आने वाले समय में १८ वर्ष से कम आयु के बच्चे सबसे जयदा संक्रमित होंगे क्योकि उनका टीकाकरण नहीं हुआ है। उनके लिए योजना बनाकर विशेषज्ञों के अनुसार कार्य योजना बनाई जाए। अभी से कार्य शुरू करना बेड, ऑक्सीजन बेड, वेन्टी बेड, दवाइयाँ, टीकाकरण पर शोध मुख्या स्तर पर किया जाए।
P. तीसरी लहर की कार्य योजना पर बहस और विशेषज्ञों की राय की जरुरत।
डा. कृपालसिंह राठौर
अस्थि रोग विशेषज्ञ
जिला चिकित्सालय रतलाम
Good suggestions sir to overcome this pandemic 🙏
Good suggestions sir to overcome this pandemic 🙏
Pingback: Covid – 19 Vaccines: All Myths and Concerns Answered
अच्छा सुझाव वह प्रोग्राम है करो ना पर कंट्रोल के लिए इससे कोरोनावायरस पर नियंत्रण पाया जा सकेगा
बहुत अच्छा सुझाव है इसे करो ना के नियंत्रण मैं एक कामयाबी मिलेगी